इसराइल इस्माइल हनिया की शहादत का मुकम्मल तौर पर जिम्मेदार: ओ आई सी एलानिया
जद्दा: 8 अगस्त
इस्लामी तावन तंज़ीम (ओ आई सी) ने ईरान में हमास के सियासी सरबराह इस्माइल हनिया को शहीद करने वाले हमले की जिम्मेदारी इसराइल पर आग़िर कर दी है जबकि तेहरान ने भी जवाबी कारवाई करने का इरादा ज़ाहिर किया है।
अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब में 57 रुकनी ब्लॉक के एक गैर मामूली इजलास के बाद जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि वे इस घिनौने हमले के लिए गैर कानूनी काबिज ताकत इसराइल को जिम्मेदार ठहराते हैं, इस हमले को ईरान ने इसकी खुदमुख्तारी की संगीन खिलाफ़वरज़ी करार दिया था।
ओ आई सी की सरबराही करने वाले मुल्क गाम्बिया के वजीर-ए-खारजा मामादू तंगारा ने बताया कि इस्माइल हनिया की शहादत और गाज़ा में जारी जंग क्षेत्रीय तनाज़ का वजह बन सकती है। उन्होंने कहा कि इस्लामी जुमहूरीयत-ए-ईरान की सरज़मीन पर एक सियासी रहनुमा को शहीद करके उसकी खुदमुख्तारी और इलाके की सलामती की जारहियत और खिलाफ़वरज़ी एक ऐसा अमल है जिसे तनहाई में नहीं देखा जा सकता।
उनके मुताबिक यह घिनौना अमल सिर्फ मौजूदा तनाव को बढ़ाने के लिए काम करेगा जो मुमकिन है कि एक वसीअतर तनाज़ का वजह बन सकता है जिसमें पूरा खित्ता शामिल हो सकता है।
याद रहे कि ईरान और फिलस्तीन ने सऊदी सईली शहर जद्दा में ओ आई सी का इजलास तलब किया था, यह ब्लॉक खुद को मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज के तौर पर बयान करता है। मेज़बान सऊदी अरब ने यह भी कहा कि इस्माइल हनिया का कत्ल ईरान की खुदमुख्तारी की खुली खिलाफ़वरज़ी है।
ममलकत के नायब वजीर-ए-खारजा वलीद अल-खैरीजी ने बताया कि उनका मुल्क रियासतों की खुदमुख्तारी की खिलाफ़वरज़ी या किसी भी मुल्क के अंदरूनी मामलात में दखलअंदाज़ी को मस्तरद करता है।
हमास और ईरान ने पिछले हफ्ते तेहरान में इस्माइल हनिया के कतल का इल्ज़ाम इसराइल पर आग़िर किया था हालांकि इसराइली हुकूमत ने इसकी जिम्मेदारी की तस्दीक या तरदीद नहीं की है।
ईरान ने इसराइल को सख्त सजा देने की धमकी देते हुए जवाबी कारवाई का वादा किया लेकिन अमेरिका और अन्य पश्चिमी मुल्क तनाव में कमी का मुतालबा कर रहे हैं।
बुधवार को अमेरिकी महकमा-ए-खारजा के तरजमान मैथ्यू मिलर ने कहा कि ओ आई सी के कई अरकान वाशिंगटन से मुतफिक हैं कि कशीदगी में इज़ाफा खित्ता में जारी भयानक हालात को और बढ़ा देगा।
उनका कहना था कि हम उम्मीद करेंगे कि ओ आई सी के इस इजलास में वही चीज़ होगी जिसे हम पिछले हफ्ते से अमली जामा पहनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने और बताया कि क्षेत्रीय तनाव गाज़ा में जंगबंदी के मुआहिदे के इम्कानात को खतरे में डाल सकती है।
जो पैगाम हम सब को भेज रहे हैं वह यह है कि जाहिर है कि यह खित्ता के लिए बहुत नाज़ुक वक़्त है, तनाव ज़्यादा है, मगर उम्मीद है कि हम जंगबंदी के मुआहिदे के आखिरी मराहिल में हैं।