कैनेडा में दर्दनाक सड़क हादिसा। 3 हिन्दुस्तानी तलबा-ए-की मौत
कैनेडा 30؍ जुलाई
कैनेडा में एक दर्दनाक सड़क हादिसे में पंजाब के तीन तालिब-ए-इल्मों की मौत वाक़्य हो गई है। उनमें दो सगे भाई बहन भी शामिल हैं। मरने वालों में दो लड़कीयां और एक लड़का शामिल हैं। महलोकेन् की शनाख़्त लुधियाना के मलाऊद गांव के दो भाई बहनों 23 साला हरमन सोमल और 19 साला नवजोत सोमल की हैसियत से की गई है। हरमन मांकटन के एक डे कैअर में काम करती थी, जबकि नवजोत सोमल कुछ महीने पहले ही स्टडी वीज़ा पर कैनेडा गया हुआ था। एक और महलूक की पहचान रसमदीप कौर के तौर पर हुई है, जो पंजाब के संगरूर ज़िला की समाना की रहने वाली थी। ट्रिब्यून के मुताबिक़ वो भूपिंदर सिंह और सचेत कौर की बेटी थीं।ये दोनों भी सरकारी टीचर हैं
ये हादिसा उस वक़्त पेश आया जब उनकी टैक्सी का एक टावर फट गया और कार बेक़ाबू हो कर हादिसा का शिकार हो गई। कार में ड्राईवर के इलावा तीन लोग सवार थे। हादिसा होते ही तीनों तलबा-ए-उछल कर सड़क पर गिर पड़े जिससे उनकी मौक़ा पर ही मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये सभी पी आर के लिए दरख़ास्त देकर लौट रहे थे कि ये हादिसा आया। हादिसा की वजूहात की अभी जांच की जा रही है। ताहम इबतिदाई रिपोर्टों के मुताबिक़ ख़राब रास्ता और ख़राब मौसम हादिसा की वजहा हो सकता है
रॉयल कैनेडीयन पुलिस के मुताबिक़ ये हादिसा कैनेडा के न्यू ब्रन्सविक के मिल कोइ में हाईवे नंबर दो पर 27؍ जुलाई की रात 9.35 बजे पेश आया। पुलिस के मुताबिक़ टावर फटने से ये हादिसा हुआ है। हादिसे में कार ड्राईवर को ज़्यादा शदीद ज़ख़म नहीं आए हैं लेकिन वो अभी हॉस्पिटल में शरीक है
दरीं असनाए मरने वाले तलबा-ए-के अहिल-ए-ख़ाना ने हुकूमत से उनकी नाशें वापिस लाने की अपील की है ताकि उनकी आख़िरी रसूमात अदा की जा सकें
वज़ारत ख़ाना के मुताबिक़ पिछले पाँच सालों में हादिसात और पर तशद्दुद हमलों समेत मुख़्तलिफ़ वजूहात की वजहा से 633 हिन्दुस्तानी तलबा-ए-की बैरून-ए-मुल्क अम्वात वाक़्य हो चुकी हैं। कैनेडा में सबसे ज़्यादा 172 अम्वात हुईं, जबकि अमरीका में 108 अम्वात हुईं हैं