बंग्लादेश मज़ाहीरिन हलाकतों की तादाद 300 हो गई
ढाका – 5 अगस्त
बंग्लादेश में मेरिट पर नौकरी और रोजगार का निज़ाम रायज करने वाले मज़ाहीरिन की हलाकतें जारी हैं। इतवार के रोज़ फौज और पुलिस के एहलकारों ने 94 और बंग्लादेशी शहरी को हलाक किया है, इस तरह मज़ाहीरिन की हलाकतों की कुल तादाद 300 को छू गई है।
हसीना वाज़िद और उनकी सरकार इन बंग्लादेशी नौजवान मज़ाहीरिन के लिए मौत का इस्तिआरा बनती जा रही है, सरकार ने उनके साथ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की पॉलिसी इख़तियार कर रखी है। अमलन सरकार की गैर-इलानी पॉलिसी यह ‘मार मकाओ’ की है। इससे पहले यह पॉलिसी सिर्फ सियासी मुख़ालिफीन तक सीमित रही थी, जो नए मुक़ददत सरकार शुरू होने के बाद ‘ट्रिकल डाउन’ कर के नौजवानों और तालिबा तक फैल गई है।
हालिया दिनों में हलाक किए गए ज़्यादातर बल्कि बहुत ज़्यादा तादाद नौजवानों ही की है। इन मज़ाहीरिन ने शनिवार के रोज़ सिविल नाफ़रमानी की तहरीक का एलान किया था। इतवार का दिन सिविल नाफ़रमानी की तहरीक का पहला दिन था। इस दौरान 94 मज़ाहीरिन मार दिए गए।
आज सोमवार के रोज़ तालिबा और नौजवानों ने फिर सड़कों पर आने का एलान कर दिया है। उनके सामने बंग्लादेशी फौज और पुलिस के जवान होंगे। ख़तरा है कि यह सिलसिला अभी रुक नहीं पाएगा, क्योंकि नौजवानों की बहुत बड़ी तादाद इस तहरीक के साथ जुड़ गई है।
ढाका में आज सरकार की तरफ से भी फौज और पुलिस की ज़्यादा नफ़री तैनात की गई है। वज़ीर ए आज़म के दफ़्तर की तरफ जाने वाली सड़कों पर जगह-जगह रुकावटें खड़ी कर दी गई हैं।