हमारी रेड लाइन्स वाज़ेह, एक के बदले दो हमलों से जवाब देंगे: नितन याहू की ईरान को तनबीह
तेल अवीव – 5 अगस्त
हमारा लंबा हाथ ग़ज़ा, यम्न, बेरूत और हर उस जगह तक पहुंच जाता है जहां इसकी जरूरत हो: इस्राइली प्रधानमंत्री
इस्राइल ने ईरान और हिज़्बुल्ला दोनों को धमकी दी है कि अगर ईरान में हमास के सियासी ब्यूरो के सरबराह इस्माइल हनिया के क़तल के जवाब में और इससे पहले हिज़्बुल्ला के रहनुमा फवाद शकर की लेबनान के जदुई इलाके में हलाकत के जवाब में हमला किया गया तो एक के बदले दो हमलों से जवाब दिया जाएगा।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नितन याहू ने तसदीक की है कि इस्राइल अपने दुश्मनों की “दो ज़र्बों से” जवाब देगा। याद रहे 31 जुलाई को तेहरान में इस्माइल हनिया के क़तल के बाद कशीदगी बढ़ गई है और ईरानी हमले की उम्मीद की जा रही है। नितन याहू ने अपनी तकरीर के दौरान कहा है हम अपने दुश्मनों को एक के बदले दो हमलों से जवाब देंगे। इस्राइल की सर्ख लकीरें वाज़ेह और मालूम हैं और हम इनकी खिलाफ़वर्ज़ी की हर कोशिश का जवाब देंगे।
नितन याहू ने ख़बरदार किया है कि हमारा लंबा हाथ ग़ज़ा, यम्न, बेरूत और हर उस जगह तक पहुंच जाता है जहां इसकी जरूरत है। नितन याहू ने ग़ज़ा में फलादेल्फिया महवर को कंट्रोल करने की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने हमास के रहनुमा का ज़ीर ज़मीन और ज़मीन के ऊपर पीछा करने के इरादे का इज़हार किया।
इतवार के रोज़ इस्राइली प्रधानमंत्री ने कैबिनेट के हफ्ता वार एजलास के दौरान कहा कि इस्राइल बुराई के महवर ईरान के खिलाफ़ एक कसीर जिहती मैदान-ए-जंग लड़ रहा है। हम किसी भी सूरत हाल के लिए तैयार हैं। नितन याहू ने कहा मैं अपने दुश्मनों पर फिर वाज़ेह करता हूं कि हम किसी भी फरीक की तरफ से अपने खिलाफ़ किसी भी जारिहाना इंक़ाद का जवाब देंगे और उसे भारी कीमत चुकानी होगी। इस्राइल हर दिफ़ाई और जारिहाना हर मंजर-ए-नामे के लिए तैयार है।
इसी तन्हाज़र में इस्राइली मंत्री दिफा यौव गिलांत ने इतवार को धमकी दी कि अगर इस्राइल को किसी भी हमले का सामना हुआ तो इसका सख्त जवाब दिया जाएगा। अगर दुश्मन ने हम पर हमला करने की हिममत की तो उसे भारी कीमत चुकानी होगी। गिलांत ने फील्ड फोर्सेज के ऑपरेशनल टेक्नोलॉजी के जवाब के लिए ज़िम्मेदार ज़मिनी टेक्नोलॉजी यूनिट के दौरे के दौरान यह बयान दिया।
गिलांत ने और कहा कि हम दुश्मन से भारी कीमत मांगेंगे जैसा कि हमने हालिया दिनों में किया था। गिलांत ने लड़ाई के तस्सलस को क़ाबिल बनाने की कोशिश के तौर पर मैदान में मौज़ूद फ़ौजों को तशकील देने और ऑपरेशनल जवाब देने की अहमियत पर जोर दिया और कहा हम तैयार हैं हमला करने या जवाब देने के लिए तेजी से हरकत करने के लिए।