हनिया का अफ़्ग़ान वज़ीर-ए-ख़ारजा से टेलीफोनिक राबिता, ग़ज़ा जंग पर तबादला-ए-ख़्याल
क़तर 24؍ जुलाई
इस्लामी तहरीक मुज़ाहमत’हम्मास के सयासी शोबे के सरबराह इस्माईल हनिया ने इमारत इस्लामीया अफ़्ग़ानिस्तान के वज़ीर-ए-ख़ारजा मौलवी अमीर ख़ान मुत्तक़ी से टेलीफ़ोन पर राबिता किया। दोनों रहनुमाओं के दरमयान दो तरफ़ा ताल्लुक़ात के इलावा ग़ज़ा की पट्टी में जारी तूफ़ान अल-अक़सा मार्के के असरात के तनाज़ुर में मजमूई सयासी और मैदान-ए-जंग की पेश-रफ़्त पर तबादला-ए-ख़्याल किया। हम्मास के सरबराह ने मसला फ़लस्तीन के हवाले से इमारत इस्लामीया और अफ़्ग़ान मुस्लिम अवाम के मौक़िफ़ को सराहा। उन्होंने फ़लस्तीन और ग़ज़ा में होने वाली पेश-रफ़्त पर अफ़्ग़ान वज़ीर-ए-ख़ारजा को ब्रीफिंग दी
उन्होंने वाज़िह किया कि हम्मास फ़लस्तीनी अवाम के मुतालिबात और अपनी मुस्लिमा मुज़ाहमत के उसूल की बुनियाद पर जंग बंदी मुआहिदे तक पहुंचने की ख़ाहिशमंद है
अफ़्ग़ान वज़ीर-ए-ख़ारजा के साथ गुफ़्तगु के दौरान हनिया ने इस जंग में फ़लस्तीनी अवाम की इस्तिक़ामत की हिमायत करने की ज़रूरत पर-ज़ोर दिया ताकि उनके मक़ासिद, आज़ादी और अपने क़ौमी हुक़ूक़ के हुसूल समेत मस्जिद उकसा को यहूदी तसल्लुत से आज़ाद किराया जा सके
दूसरी तरफ़ अफ़्ग़ान वज़ीर-ए-ख़ारजा ने फ़लस्तीनी काज़ की हिमायत और खासतौर पर तूफ़ान अल-अक़सा मार्के में फ़लस्तीनी मुज़ाहमत की हिमायत में इमारत इस्लामीया की हुकूमत और अवाम के उसूली मौक़िफ़ की हिमायत का इआदा किया। उन्होंने कहा कि इसराईली फ़ौज के मज़ालिम और नसल कुशी की जंग में अफ़्ग़ान हुकूमत और अवाम फ़लस्तीनी मुज़ाहमत के साथ खड़े हैं
मौलवी मुत्तक़ी ने हम्मास के सरबराह को इमारत के अमीर, हुकूमत और अफ़्ग़ान अवाम की तरफ़ से सलाम पेश किया